नाभि के निचले भाग में होने वाले अनेक रोगों से हमारी रक्षा करता है बाह्यप्राणायाम इसके बाद श्वास बाहर छोड़कर अग्नीसार क्रिया भी कर सकते हैं ।
पेट के लिए विशेष अभ्यास है ।
कपाल भाति प्राणायाम के बाद कर सकते हैं ।
सावधानी
गर्भवती महिलाओं के लिए और पेट का आपरेशन हुआ हो उनको नहीं करना चाहिए ।
महिलाओं को पीरीयड के समय भी नहीं करना चाहिए ।
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