मन में हो विश्वास, गुरु में हो आस्था , ! लक्ष्य चाहे कितना ही कठिन हो मिल जाता है रास्ता !!
अपने गुरू दरबार में नतमस्तक होकर भुमि माता को प्रणाम करके अन्दर प्रवेश करते हुए योग प्रचारक सुरेन्द्र स्वामी
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