आज शिव बाड़ी में योग शिविर का दूसरा दिन है ।
लोगों का योग के प्रति विशेष उत्साह है ।योग ऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज की प्रेरणा से योग प्रचारक सुरेन्द्र आडसर ने रोगानुसार प्राणायाम और आसन्नो का अभ्यास करवाया । भस्त्रिका, कपाल भाति, बाह्य ,उज्जाई, अनुलोम विलोम , भ्रामरी, उद्गीथ,प्रणव का ध्यान आठों प्राणायाम का मानव जीवन में अलग अलग लाभ बताते हुए योगाचार्य ने नित्य योग का दृढ़ संकल्प करने पर बल दिया ।साथ ही सभी ग्राम वासियों को आह्वान किया योग जाती सम्प्रदाय मजहब की कोई परम्परा नहीं है । योग एक रोगी के लिए चिकित्सा निरोगी के लिए सुखी जीवन व साधक के लिए साधना पद्दति है । हमारे शरीर को शुद्ध आहार की आवश्यकता है वैसे ही व्यायाम और प्राणायाम की भी परम आवश्यकता है । जितना हम पवित्र स्थान पर बैठकर जीवनीय शक्ति आक्सीजन को अपने अंदर खिंचते हैं उतना ही शारिरीक नस नाड़ीयों में शुद्ध रक्त का संचार बहने लगता है । स्वास्थ्य ही सब सुखों का आधार है
मन में हो विश्वास, गुरु में हो आस्था , ! लक्ष्य चाहे कितना ही कठिन हो मिल जाता है रास्ता !!
शनिवार, 27 अगस्त 2016
शिव बाड़ी योग शिविर (Shiv Bari yoga camp)
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