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Surendra Swami |
परम् श्रद्धेय प्रातः स्मरणीय योग ऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज के श्री चरणों में कोटी कोटि प्रणाम वंदन
आप सभी ग्रामवासी भाईयों मां बहनों पिता तुल्य बुजर्गो एवं प्यारे बच्चों ॐ नमस्ते जय सियाराम
योग एक अध्यात्मिक क्रिया है । योग करने से मानव के रोग तो मिटते ही हैँ शरीर का रोग मिटाना योग का पहला काम है । फिर जितना योग करते जाएंगे उतना ही दुख दर्द मिटता जाएगा आत्मा परमात्मा स्वरूप बन जाएगी ।ये मानव देह देवालय शिवालय के समान होगी । बुराई बिमारी बेईमानी को तुरंत बाहर करता है योग
आपके मन में तथा जीवन में एक बार भी एक क्षण के लिए भी किसी के प्रति बूरा विचार ही नहीं आएगा । योग से आपके जीवन में सब शुभ ही शुभ होगा । अन्तरात्मा जाग्रत होगी औऱ आप मानव से महामानव बन जाएंगे ।
लगभग लोग अपने जीवन में तरह तरह के रोगों ढो रहे हैँ । रोग होने के 7 बड़े कारण हैँ ।
1 अंग्रेजी दवाओं के कारण रोग
2 दारू धुम्रपान जर्दा पुड़ीया दुर्व्यसनों के कारण रोग
3 अशुद्ध आहार के कारण रोग
4 दुषित वातावरण के कारण रोग
5 रोग के सम्पर्क से रोग
6 वंशानुगत रोग
7 योग न करने के कारण रोग
इन सबका समाधान है योग में जो मानव सवेरे जल्दी उठकर सुर्योद्य से पूर्व प्रकृति के सानिध्य में योग करेगा वो रोग को समूल नष्ट कर देगा । नियमित योग से योग सुरक्षा चक्र बन जाता है।
हम आज जो भी कर्म करते हैं वो हमारे बच्चों का ओर देश का भविष्य है । हम आज योग आयुर्वेद स्वदेशी को अपनाते हैँ तो मानों हम अपने बच्चों से देश से प्यार करते हैं । ओर अगर हम अंग्रेज़ी दवा दारू अनेक तरह की नशाखोरी करते हैँ तो हम हमारे पैरों पर तो कुल्हाड़ी मार ही रहे हैं अपने बच्चों ओर देश के भी दुश्मन हैं ।
योग ओर आयुर्वेद को अपनाएं जटील से जटील व्याधीयों से मुक्ती पाएं
पुरे जीवन योग करते रहें ताकि अगले जन्म में भी योगी ही पैदा हों ओर भारत को विश्व गुरु बनाने में अपना सहयोग करें मानव जीवन में योग सभी अच्छाईयों का गुरु है और सभी बुराइयों का दुश्मन है ।
पूरा मन लगाकर योग करनें से रोग तो मिटेगा ही इसके अलावा आपके जीवन में
1 चाय चिलम चूगली से छुटकारा मिलेगा योग से
2 बिमारी बुराई और बेईमानी से मुक्ति मिलेगी योग से
3 दवा दारू और दम्भ छूटेगा योग से
4 पान पुड़ीया बिड़ी से पिंड छुटेगा योग से
5 भय भूख और भ्रटाचार मिटेगा योग से
6 शिक्षा स्वास्थ और संस्कार मिलेगा योग से
7 अपने आप के साथ न्याय कर सकेंगे योग से
8 न्याय और अन्याय में फर्क करना जानेंगे योग से
9 धरती सा धर्य वायु सा वेग जल सी निर्मलता अग्नी सा तेज और आकाश सी विराटता आएगी योग से
10 सर्वशक्तिमान भगवान के प्रति पूर्ण विश्वास और आस्था अन्तर्मन में जाग्रत होगी योग से
योग की महिमा अपार है । मैं आप से निवेदन करता हूँ कि सवेरे जल्दी उठें मौसम चाहे कोई भी हो उठते ही गुनगुना पानी पीएं पेट साफ शीघ्रता से होगा ।
आलस्य खत्म होगा ध्यान रहे स्नान बाद में भी कर सकते हैं लेकिन योग से पूर्व पेट खलास जरूरी है ।
समय का सम्मान करो सदुपयोग करो जब हमारा सोने का समय रात 10 बजे और सवेरे उठने का समय 4 बजे का है । तो हम समय के पुजारी हैं और समय हमारा साथ देगा समय अति उत्तम होगा ।
अगर रोगों से बचना है मानव से महामानव बनना है तो समय के पुजारी बनो आत्मा की आवाज सुनो सवेरे जल्दी उठकर आलस्य का त्याग करो और कम से कम एक घंटे का नियमित योग संकल्प करो ।
हाथ जोड़कर प्रार्थना के साथ मेरे साथ बोलेंगे
मुझे अपने तन मन तथा बुद्धि को योग द्वारा स्वस्थ सुंदर व आकृषक बनाना है यही हमारा शुभ संकल्प है ।ॐ ॐ
आप सभी ग्रामवासी भाईयों मां बहनों पिता तुल्य बुजर्गो एवं प्यारे बच्चों ॐ नमस्ते जय सियाराम
योग एक अध्यात्मिक क्रिया है । योग करने से मानव के रोग तो मिटते ही हैँ शरीर का रोग मिटाना योग का पहला काम है । फिर जितना योग करते जाएंगे उतना ही दुख दर्द मिटता जाएगा आत्मा परमात्मा स्वरूप बन जाएगी ।ये मानव देह देवालय शिवालय के समान होगी । बुराई बिमारी बेईमानी को तुरंत बाहर करता है योग
आपके मन में तथा जीवन में एक बार भी एक क्षण के लिए भी किसी के प्रति बूरा विचार ही नहीं आएगा । योग से आपके जीवन में सब शुभ ही शुभ होगा । अन्तरात्मा जाग्रत होगी औऱ आप मानव से महामानव बन जाएंगे ।
लगभग लोग अपने जीवन में तरह तरह के रोगों ढो रहे हैँ । रोग होने के 7 बड़े कारण हैँ ।
1 अंग्रेजी दवाओं के कारण रोग
2 दारू धुम्रपान जर्दा पुड़ीया दुर्व्यसनों के कारण रोग
3 अशुद्ध आहार के कारण रोग
4 दुषित वातावरण के कारण रोग
5 रोग के सम्पर्क से रोग
6 वंशानुगत रोग
7 योग न करने के कारण रोग
इन सबका समाधान है योग में जो मानव सवेरे जल्दी उठकर सुर्योद्य से पूर्व प्रकृति के सानिध्य में योग करेगा वो रोग को समूल नष्ट कर देगा । नियमित योग से योग सुरक्षा चक्र बन जाता है।
हम आज जो भी कर्म करते हैं वो हमारे बच्चों का ओर देश का भविष्य है । हम आज योग आयुर्वेद स्वदेशी को अपनाते हैँ तो मानों हम अपने बच्चों से देश से प्यार करते हैं । ओर अगर हम अंग्रेज़ी दवा दारू अनेक तरह की नशाखोरी करते हैँ तो हम हमारे पैरों पर तो कुल्हाड़ी मार ही रहे हैं अपने बच्चों ओर देश के भी दुश्मन हैं ।
योग ओर आयुर्वेद को अपनाएं जटील से जटील व्याधीयों से मुक्ती पाएं
पुरे जीवन योग करते रहें ताकि अगले जन्म में भी योगी ही पैदा हों ओर भारत को विश्व गुरु बनाने में अपना सहयोग करें मानव जीवन में योग सभी अच्छाईयों का गुरु है और सभी बुराइयों का दुश्मन है ।
पूरा मन लगाकर योग करनें से रोग तो मिटेगा ही इसके अलावा आपके जीवन में
1 चाय चिलम चूगली से छुटकारा मिलेगा योग से
2 बिमारी बुराई और बेईमानी से मुक्ति मिलेगी योग से
3 दवा दारू और दम्भ छूटेगा योग से
4 पान पुड़ीया बिड़ी से पिंड छुटेगा योग से
5 भय भूख और भ्रटाचार मिटेगा योग से
6 शिक्षा स्वास्थ और संस्कार मिलेगा योग से
7 अपने आप के साथ न्याय कर सकेंगे योग से
8 न्याय और अन्याय में फर्क करना जानेंगे योग से
9 धरती सा धर्य वायु सा वेग जल सी निर्मलता अग्नी सा तेज और आकाश सी विराटता आएगी योग से
10 सर्वशक्तिमान भगवान के प्रति पूर्ण विश्वास और आस्था अन्तर्मन में जाग्रत होगी योग से
योग की महिमा अपार है । मैं आप से निवेदन करता हूँ कि सवेरे जल्दी उठें मौसम चाहे कोई भी हो उठते ही गुनगुना पानी पीएं पेट साफ शीघ्रता से होगा ।
आलस्य खत्म होगा ध्यान रहे स्नान बाद में भी कर सकते हैं लेकिन योग से पूर्व पेट खलास जरूरी है ।
समय का सम्मान करो सदुपयोग करो जब हमारा सोने का समय रात 10 बजे और सवेरे उठने का समय 4 बजे का है । तो हम समय के पुजारी हैं और समय हमारा साथ देगा समय अति उत्तम होगा ।
अगर रोगों से बचना है मानव से महामानव बनना है तो समय के पुजारी बनो आत्मा की आवाज सुनो सवेरे जल्दी उठकर आलस्य का त्याग करो और कम से कम एक घंटे का नियमित योग संकल्प करो ।
हाथ जोड़कर प्रार्थना के साथ मेरे साथ बोलेंगे
मुझे अपने तन मन तथा बुद्धि को योग द्वारा स्वस्थ सुंदर व आकृषक बनाना है यही हमारा शुभ संकल्प है ।ॐ ॐ
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